जीभ पेट का आईना
जीभ शरीर के आमाशय का लाइव टेलीकास्ट करती है।
फेफड़ों में संक्रमण होता है तो जीभ का रंग काला पड़ने
लगता है, आमाशय में मल जमा रहने तथा कब्ज रहने पर जीभ
सफेद हो जाती है तथा जब आमाशय का तापमान
बाहरी शरीर से अधिक हो जाता है तथा पेट में अगिन् तेज होती है तो जीभ में सफेद छाले पड़ जाते हैं। पेट
रोगों का पहला संकेत जीभ पर आता है एवं इसका रंग व
पड़ने वाले विभिन्न रंगों के दाने व छाले रोग व
पीड़ा की तीव्रता का ज्ञान कराते है। मुंह के छाले जीभ के
ऊपर, नीचे तथा तालु में होते हैं। इनकी संख्या रोग
की तीव्रता पर निर्भर करती है। छाले होने पर मुख से लगातार लार निकलती रहती है जो एक प्रकार
का संक्रमण होता है। यह दूसरों में फैलने वाला रोग
जीभ शरीर के आमाशय का लाइव टेलीकास्ट करती है।
फेफड़ों में संक्रमण होता है तो जीभ का रंग काला पड़ने
लगता है, आमाशय में मल जमा रहने तथा कब्ज रहने पर जीभ
सफेद हो जाती है तथा जब आमाशय का तापमान
बाहरी शरीर से अधिक हो जाता है तथा पेट में अगिन् तेज होती है तो जीभ में सफेद छाले पड़ जाते हैं। पेट
रोगों का पहला संकेत जीभ पर आता है एवं इसका रंग व
पड़ने वाले विभिन्न रंगों के दाने व छाले रोग व
पीड़ा की तीव्रता का ज्ञान कराते है। मुंह के छाले जीभ के
ऊपर, नीचे तथा तालु में होते हैं। इनकी संख्या रोग
की तीव्रता पर निर्भर करती है। छाले होने पर मुख से लगातार लार निकलती रहती है जो एक प्रकार
का संक्रमण होता है। यह दूसरों में फैलने वाला रोग
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