नाभि
 में रोजाना सरसों का तेल लगाने से होंठ नहीं फटते और फटे हुए होंठ मुलायम 
और सुन्दर हो जाते है। साथ ही नेत्रों की खुजली और खुश्की दूर हो जाती है। 
 
 या सरसों का तेल कनपटी में मलिए, कान में डालिए, नाक में सुड़किए, नाभि 
में लगाइए - इससे नेत्र-ज्योति तथा मस्तिष्क - शक्ति बढ़ती है। जुकाम कभी 
नहीं होता। सर्दी के दिनों में प्रतिदिन सरसों का तेल नाभि पर लगाने से हाथ
 पांव भी नहीं फटते और हाथ पैरों की चमड़ी खुरदरी नहीं होती।
 
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