उल्टी(वमन) होने के कारण
 
 आमाषय की मांसपेशी के आक्छेपिक संकुचन से भोजन पदार्थ और तरल पदार्थ का 
वेग से मुख मार्ग से निकलना वमन कहलाता है। उल्टी होने के कै कारण हो सकते 
हैं। जरूरत से ज्यादा खाना ,अधिक मात्रा में शराब पीना,गर्भावस्था,और पे्ट 
की गडबडी,माईग्रेन(आधाशीशी ) इस रोग के मुख्य कारण हैं। गर्मी के मौसम में 
भोजन विशाक्तता(फ़ूड पाइजिनिंग) और ज्यादा गर्मी से वमन होने लगती है। तेज 
शिरोवेदना से भी उल्टी होने की स्थिति बन जाती है। पेट में कीडे होने और 
खांसी की वजह से भी उल्टी होती है।
 
 कुछ घरेलू उपाय ---
 
 १)  एक गिलास पानी में एक निंबू निचोड लें ,थोडी शकर घोल लें। यह  निंबू की शिकंजी पीने से उल्टी रोग में फ़ायदा होता है।
 
  २)  मूंग भून लें। २० ग्राम लेकर  का काढा तैयार करें। आधा कप काढे में 
शकर या शहद मिलाकर पीने से उल्टी बंद होगी। साथ में दस्त लग रहे हों तो भी 
लाभ होगा।
 
  ३)  धनिये का चूर्ण ३ ग्रामलें, १२ ग्राम चावल का माड में मिलाकर दिन में ३-४ बार देने से उल्टी नियंत्रण में आ जाती है।
 
 
  ४) अदरक और धनिये का रस १०-१० मिलि मिलाकर पीने से फ़ौरन राहत मिलती है। 
पुदिने का रस ५  मिलि थोडी-थोडी देर में पीने से भी उल्टी रोग का निवारण 
होता है।
 
  ४)  नींबू के छिलके छाया में सूखा लें। इन छिलकों को 
जलाकर राख करलें। राख का चूर्ण बोतल में भर लें । एक ग्राम नींबू की राख 
में शहद मिलाकर यह चटनी २-२ घंटे के फ़ासले से लेने पर उल्टी बंद होगी।
 
  ५) नींबू को काटकर उस पर  चुटकी  भर कालीमिर्च का पावडर और सेंधा नमक  
बुरककर आग पर सेक लें । इसे चूसने से उल्टी और पेट के विकारों में तुरंत 
लाभ होता है।
 
 
  ६) गर्भवती स्त्री सुबह गुन गुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीये तो उल्टी में लाभ मिलता है।
 
  ७)  गर्मी के मौसम में बर्फ़ चूसने से उल्टी बंद हो जाती है।
 
  ८) लौंग को भुन लें। मुहं मे रककर चूसने से उल्टी नियंत्रित होती है।
 
  ९)  तुलसी के रस में शहद मिलकर सेवन करने से वमन बंद होती है।
 
 
  १०)  एक कप पानी में १० ग्राम शहद मिलाकर पीने से उल्टी रूक जाती है।
 
  ११)  हींग को थोडे से पानी में घोलकर पेट पर मालिश करने से उल्टी में राहत मिल जाती है।
 
  १२)  आलू बुखारा मुहं में चूसने से उल्टी मे लाभ होता है। सूखा आलू बुखारा चूसने से गर्भवती  की उल्टी  में आशातीत लाभ होता है।
 
  १३) दूध को फ़ाडलें। इसमें थोडी मिश्री मिलाकर १५-१५ मिनिट में आधा कप  पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
 
 
  १४) मौसंबी का रस निकालकर उसमे थोडा सेंधा नमक डालकर एक-एक घंटे से पीने से उल्टी में फ़ायदा होता है।
 
 
 
  15) ) रोगी को मूंग के दाल की खिचडी दही के साथ खिलानी चाहिये।
उल्टी(वमन) होने के कारण
 
आमाषय की मांसपेशी के आक्छेपिक संकुचन से भोजन पदार्थ और तरल पदार्थ का वेग से मुख मार्ग से निकलना वमन कहलाता है। उल्टी होने के कै कारण हो सकते हैं। जरूरत से ज्यादा खाना ,अधिक मात्रा में शराब पीना,गर्भावस्था,और पे्ट की गडबडी,माईग्रेन(आधाशीशी ) इस रोग के मुख्य कारण हैं। गर्मी के मौसम में भोजन विशाक्तता(फ़ूड पाइजिनिंग) और ज्यादा गर्मी से वमन होने लगती है। तेज शिरोवेदना से भी उल्टी होने की स्थिति बन जाती है। पेट में कीडे होने और खांसी की वजह से भी उल्टी होती है।
 
कुछ घरेलू उपाय ---
 
१) एक गिलास पानी में एक निंबू निचोड लें ,थोडी शकर घोल लें। यह निंबू की शिकंजी पीने से उल्टी रोग में फ़ायदा होता है।
 
२) मूंग भून लें। २० ग्राम लेकर का काढा तैयार करें। आधा कप काढे में शकर या शहद मिलाकर पीने से उल्टी बंद होगी। साथ में दस्त लग रहे हों तो भी लाभ होगा।
 
३) धनिये का चूर्ण ३ ग्रामलें, १२ ग्राम चावल का माड में मिलाकर दिन में ३-४ बार देने से उल्टी नियंत्रण में आ जाती है।
 
 
४) अदरक और धनिये का रस १०-१० मिलि मिलाकर पीने से फ़ौरन राहत मिलती है। पुदिने का रस ५ मिलि थोडी-थोडी देर में पीने से भी उल्टी रोग का निवारण होता है।
 
४) नींबू के छिलके छाया में सूखा लें। इन छिलकों को जलाकर राख करलें। राख का चूर्ण बोतल में भर लें । एक ग्राम नींबू की राख में शहद मिलाकर यह चटनी २-२ घंटे के फ़ासले से लेने पर उल्टी बंद होगी।
 
५) नींबू को काटकर उस पर चुटकी भर कालीमिर्च का पावडर और सेंधा नमक बुरककर आग पर सेक लें । इसे चूसने से उल्टी और पेट के विकारों में तुरंत लाभ होता है।
 
 
६) गर्भवती स्त्री सुबह गुन गुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीये तो उल्टी में लाभ मिलता है।
 
७) गर्मी के मौसम में बर्फ़ चूसने से उल्टी बंद हो जाती है।
 
८) लौंग को भुन लें। मुहं मे रककर चूसने से उल्टी नियंत्रित होती है।
 
९) तुलसी के रस में शहद मिलकर सेवन करने से वमन बंद होती है।
 
 
१०) एक कप पानी में १० ग्राम शहद मिलाकर पीने से उल्टी रूक जाती है।
 
११) हींग को थोडे से पानी में घोलकर पेट पर मालिश करने से उल्टी में राहत मिल जाती है।
 
१२) आलू बुखारा मुहं में चूसने से उल्टी मे लाभ होता है। सूखा आलू बुखारा चूसने से गर्भवती की उल्टी में आशातीत लाभ होता है।
 
१३) दूध को फ़ाडलें। इसमें थोडी मिश्री मिलाकर १५-१५ मिनिट में आधा कप पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
 
 
१४) मौसंबी का रस निकालकर उसमे थोडा सेंधा नमक डालकर एक-एक घंटे से पीने से उल्टी में फ़ायदा होता है।
 
 
 
15) ) रोगी को मूंग के दाल की खिचडी दही के साथ खिलानी चाहिये।
आमाषय की मांसपेशी के आक्छेपिक संकुचन से भोजन पदार्थ और तरल पदार्थ का वेग से मुख मार्ग से निकलना वमन कहलाता है। उल्टी होने के कै कारण हो सकते हैं। जरूरत से ज्यादा खाना ,अधिक मात्रा में शराब पीना,गर्भावस्था,और पे्ट की गडबडी,माईग्रेन(आधाशीशी ) इस रोग के मुख्य कारण हैं। गर्मी के मौसम में भोजन विशाक्तता(फ़ूड पाइजिनिंग) और ज्यादा गर्मी से वमन होने लगती है। तेज शिरोवेदना से भी उल्टी होने की स्थिति बन जाती है। पेट में कीडे होने और खांसी की वजह से भी उल्टी होती है।
कुछ घरेलू उपाय ---
१) एक गिलास पानी में एक निंबू निचोड लें ,थोडी शकर घोल लें। यह निंबू की शिकंजी पीने से उल्टी रोग में फ़ायदा होता है।
२) मूंग भून लें। २० ग्राम लेकर का काढा तैयार करें। आधा कप काढे में शकर या शहद मिलाकर पीने से उल्टी बंद होगी। साथ में दस्त लग रहे हों तो भी लाभ होगा।
३) धनिये का चूर्ण ३ ग्रामलें, १२ ग्राम चावल का माड में मिलाकर दिन में ३-४ बार देने से उल्टी नियंत्रण में आ जाती है।
४) अदरक और धनिये का रस १०-१० मिलि मिलाकर पीने से फ़ौरन राहत मिलती है। पुदिने का रस ५ मिलि थोडी-थोडी देर में पीने से भी उल्टी रोग का निवारण होता है।
४) नींबू के छिलके छाया में सूखा लें। इन छिलकों को जलाकर राख करलें। राख का चूर्ण बोतल में भर लें । एक ग्राम नींबू की राख में शहद मिलाकर यह चटनी २-२ घंटे के फ़ासले से लेने पर उल्टी बंद होगी।
५) नींबू को काटकर उस पर चुटकी भर कालीमिर्च का पावडर और सेंधा नमक बुरककर आग पर सेक लें । इसे चूसने से उल्टी और पेट के विकारों में तुरंत लाभ होता है।
६) गर्भवती स्त्री सुबह गुन गुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पीये तो उल्टी में लाभ मिलता है।
७) गर्मी के मौसम में बर्फ़ चूसने से उल्टी बंद हो जाती है।
८) लौंग को भुन लें। मुहं मे रककर चूसने से उल्टी नियंत्रित होती है।
९) तुलसी के रस में शहद मिलकर सेवन करने से वमन बंद होती है।
१०) एक कप पानी में १० ग्राम शहद मिलाकर पीने से उल्टी रूक जाती है।
११) हींग को थोडे से पानी में घोलकर पेट पर मालिश करने से उल्टी में राहत मिल जाती है।
१२) आलू बुखारा मुहं में चूसने से उल्टी मे लाभ होता है। सूखा आलू बुखारा चूसने से गर्भवती की उल्टी में आशातीत लाभ होता है।
१३) दूध को फ़ाडलें। इसमें थोडी मिश्री मिलाकर १५-१५ मिनिट में आधा कप पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
१४) मौसंबी का रस निकालकर उसमे थोडा सेंधा नमक डालकर एक-एक घंटे से पीने से उल्टी में फ़ायदा होता है।
15) ) रोगी को मूंग के दाल की खिचडी दही के साथ खिलानी चाहिये।

 
 
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