मंगलवार, 24 जनवरी 2012

थकान उतारने के आसान तरीके

थकान उतारने के आसान तरीके

अधिक परिश्रम करने से शरीर में थकान आ जाती है, शरीर सुस्त हो जाता है। फिर कुछ काम करने का मन नहीं करता, सिर्फ आराम की जरूरत महसूस होती है।

थकान उतारने के लिए आप कुछ इस तरह प्रयास करें-

अपनी दो अँगुलियों के पोरों से चेहरे की हल्की मालिश करें। इससे ब्लड सर्कूलेशन बढ़ेगा, जिससे आप महसूस करेंगे कि आपकी थकान रफूचक्कर हो गई है।

* नाक के दोनों ओर हल्की मालिश करते हुए धीरे-धीरे दोनों आँखों के बीच वाले भाग से लेकर आँखों के नीचे भी हल्की मालिश करें। फिर इसी तरह से भौहों तक पहुँचें।

* भौहों पर हल्का दबाव डालते हुए अंदर से बाहर की ओर मालिश करें।

* अब आँखों के बाहरी किनारों पर मालिश करते हुए ललाट तक पहुँचें।

* इसके बाद आँखों के एकदम नीचे की ओर आएँ। गालों के बीच हल्की मालिश करते हुए फिर ऊपर से ही मसूड़ों की भी मालिश करें। इसके बाद जबड़ों को अंगुलियों की पकड़ में लें और जबड़ों के किनारों पर हल्का दबाव डालें।

* कई बार सुगंधित तेल के प्रयोग से भी शरीर की थकावट को भगाया जा सकता है। सुगंधित तेल से प्रभावित अंग की हल्की मालिश करने से ताजगी महसूस होती है, इसके लिए सुगंधित तेल की कुछ बूँदें वनस्पति तेल में मिलाकर मालिश करनी चाहिए। 

घरेलू उपचार---Cough and cold

Cough and cold

If a child has a cough and cold:

1.Crush 10-15 'tulsi' leaves. Give one teasthingy of this juice mixed with honey or jaggery three times a day to babies for 5 days.

2.Heat four teasthingys of coconut oil. Crush one teasthingy of camphor (Kapoor or Karpura). Dissolve this in the oil. Keep it stored in airtight bottles. This can be rubbed on the chest and throat of the child to relieve congestion. (This can also be used for any muscular pain).


If an adult has cough and cold:

1.Boil a handful of fresh eucalyptus leaves in two glasses of water, till only one glass is left. Strain this water and add sugar. Drink this three times a day for 5 days.

2.Another effective medicine for cough and cold is Leucas aspera (Hindi: Guma, Tamil: Thumbai). This is a wild plant with white bell- shaped flowers. Boil one handful of fresh leaves in water with a pinch of turmeric powder (haldi). Inhale the steam. This helps to relieve congestion.

3.Boil a handful of leaves in a glass of water until the water gets reduced to half. Add one teasthingy of honey. Give three times a day for five days.

ANOTHER SMALL TIP GOR COLD & CAUGH....

JUST DROP 10 PEPPER CORNS IN A BOTTLE (1 LIT) OF WATER AND LEAVE IT OVERNIGHT. DRINK THAT WATER AS AND WHEN YU FEEL THIRSTY AND FILL IT AGAIN. LIKE THIS YOU CAN DO THIS THRICE AND CHANGE THE PEPPER AGAIN.

THE COUGH COMES UNDER CONTROL AND THIS PROVED TO BE BEST IN STOPPING RECURRENCE OF COUGH.


Sinusitis

1.Soak a piece of turmeric in castor oil and burn it. Inhale the fumes. Burn a few pepper corns (Hindi: Kali mirch, Tamil: Milagu) and inhale the fumes.

2.Mix together half a cup of bitter gourd (Hindi: Karela, Tamil: Paharkai) juice, half a lime and one tablesthingy of honey. Drink three times a day for 5 days.


Sore Throat

1.Crush fresh ginger to get 1 teasthingyful of the juice and mix this with equal amount of honey. Take this every three hours. This is very soothing to the throat.

2.Boil some water. Add the juice of one lime and sugar or salt. Take this hot once every 3-4 hours.

3.Boil a glass of milk with a pinch of turmeric and pepper powder (black pepper) and drink it hot at bedtime.

बच्चों का तुतलाना व हकलाना

बच्चों का तुतलाना व हकलाना


बच्चे यदि एक ताज़ा हरा आँवला रोजाना कुछ दिन चबाएँ तो तुतलाना और हकलाना मिटता है। जीभ पतली होती है, और आवाज़ साफ आने लगती है।

या बादाम की गिरी सात, काली मिर्च सात; कुछ बुँदें पानी में घिसकर दोनो की चटनी सी बना लें और इसमें ज़रा-सी मिश्री पिसी हुई मिलाकर चाटें। प्रातः खाली पेट कुछ दिन लें।

या दो काली मिर्च मुँह में रखकर चबायें-चूसें। यह प्रयोग दिन में दो बार लम्बे समय तक करें।

हर बीमारी की जड़ है तनाव

हर बीमारी की जड़ है तनाव

तनाव के बुरे प्रभावों को हम सभी जान चुके हैं, लेकिन अमेरिकी अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार मसूड़ों की सड़न से लेकर खांसी और बुखार जैसी बीमारियों के लिए भी यह जिम्मेदार है।

'एसोसिएशन आफ साइकोलाजिकल साइंस' की मासिक पत्रिका 'आबजर्वर' द्वारा प्रकाशित इस अध्ययन में मनोविज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, स्नायु विज्ञान और अनुवांशिकी के क्षेत्र में किए गए अध्ययन के अनुसार तनाव लगभग सभी बीमारियों की जड़ है।

अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार तनाव विपरीत परिस्थितियों के अनुसार ढलने की इंसान की क्षमता को प्रभावित करता है। तनाव की परिस्थिति में 'एड्रनलीन' और 'कार्टीजोल' जैसे हारमोन निकलते हैं जिनके चलते धड़कन तेज होने और सांस की गति बढ़ने के अलावा रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। 

अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि तनाव के चलते मस्तिष्क में होने वाले बदलाव पेट व आंतों की गड़बड़ियों सहित मसूड़ों में खराबी, मधुमेह यहां तक की कैंसर का भी कारण बन सकते हैं। साथ ही इसके चलते कैंसर जैसी बीमारी और एचआईवी जैसे वायरसों से लड़ने की क्षमता भी प्रभावित होती ह

Combination of Juices for various remedies...

Combination of Juices for various remedies...

Carrot + Ginger + Apple  - Boost and cleanse our system. 

Apple + Cucumber + Celery -  Prevent cancer, reduce cholesterol, and improve stomach upset and headache. 

Tomato + Carrot + Apple - Improve skin complexion and bad breath. 

Bitter gourd + Apple + Milk -  Avoid bad breath and reduce internal body heat. 

Orange + Ginger + Cucumber - Improve Skin texture and moisture and reduce body heat. 

Pineapple + Apple + Watermelon - To dispel excess salts, nourishes the bladder and kidney. 

Apple + Cucumber + Kiwi - To improve skin complexion. 

Pear & Banana -  regulates sugar content. 

Carrot + Apple + Pear + Mango - Clear body heat, counteracts toxicity, decreased blood pressure and fight oxidization. 

Honeydew + Grape + Watermelon + Milk - Rich in vitamin C + Vitamin B2 that increase cell activity and strengthen body immunity. 

Papaya + Pineapple + Milk - Rich in vitamin C, E, Iron. Improve skin complexion and metabolism. 

Banana + Pineapple + Milk - Rich in vitamin with nutritious and prevent constipation.

झुर्रियाँ कुछ उपाय

झुर्रियाँ कुछ उपाय

आधा चम्मच दुध की ठंडी मलाई में नींबु के रस की चार पाँच बूंदें मिलाकर झुर्रियाँ पर सोते समय अच्छी तरह मलें। पहले गुनगुने पानी से चेहरा अच्छी मलें। फिर गुनगुने पानी से चेहरा अच्छी तरह धोएं और बाद में खुरदरे तौलिए से रगड-पौंछकर सुखा लें। इसके बाद मलाई दोनों हथेलियों से तब तक मलते रहें जब तक कि मलाई घुलकर त्वचा में रम न जाए। बीस मिनट या आधा घण्टे बाद स्नान कर लें या पानी से धो डालें परन्तु साबुन का प्रयोग न करें। नित्य १५ - २० दिन तक नियमित प्रयोग से झुर्रियाँ दुर होती हैं तथा चेहरे के काले दाग मिट जाते हैं। 

या पके हुए पपीते का एक टुकडा काटकर चेहरे पर घिसें या गूदा मसलकर चेहरे पर लगाएं। कुछ देर बाद स्नान कर लें। कुछ दिन लगातार ऐसा करने से चेहरे की झुर्रियाँ, धब्बे, दूर होते हैं, मैल नष्ट होता है। व मुहाँसे मिटकर चेहरे की रंगत निखरती है।

या 'ई' और 'ओ' बोलते हुए एक बार चेहरे को फैलाएं और फिर सिकोडें। दुसरे शब्दों मे 'ई' के उच्चारण के साथ ऐसी मुद्रा बनाएँ मानों कि आप मुस्कुराने जा रहे है। कुछ क्षण इसी मुद्रा में रहने के बाद होठों को आगे की तरफ बढाते हुए इस प्रकार मुद्रा बनाएँ मानों कि आप सीटी बजाना चाह रहे हैं। इससे गालों का अच्छा व्यायाम होता है जिससे गालों की पुष्टि होती है और झुर्रियाँ से बचाव। यह क्रिया एक बार में १५-२० बार करें और दिन में तीन बार करें। 

या मुँह से फूँक मारते हुए गाल फुलाएं व पेट पिचकाएँ फिर नाक से सांस खींचें। इस प्रकार १५-२० बार करें और दिन में तीन बार करें। गाल पुष्ट होंगे। 

या चेहरे में आँखों के छोर की रेखाएँ (झुर्रियाँ) मिटाने के लिए खीरे को गोलाई में टुकडे काटकर आँखों के नीचे-ऊपर लगा दें। माथे पर कुछ लम्बे टुंकडे लगाकर तनाव-रहित होकर कुछ देर लेटना चाहिए। इस क्रिया को प्रतिदिन एक बार करने से लगभग दो सप्ताह में ये लकीरें मिट जाती है।

या त्वचा की झुर्रियाँ मिटाने के लिए आधा गिलास गाजर का रस नित्य शाम चार बजे दो तीन सप्ताह लें।

या चेहरे पर झुर्रियों हों ही न ऐसा करने के लिए अंकुरित चने व मूंग को सुबह व शाम खाएँ। इनमें विद्यमान विटामिन 'इ' झुर्रियाँ मिटाने और युवा बनाये रखने में विशेष सहायक होता है।

HOME REMEDIES FOR DANDRUFF~~~

HOME REMEDIES FOR DANDRUFF~~~

Prepare a mixture by adding two tablespoons of cosmetic vinegar and six tablespoons of hot water. Apply it all over the scalp, parting the hair with a comb. Preferably it should be used at bedtime. Tie a scarf over the hair to avoid staining the pillow. Next morning wash the hair with shampoo. This should be done twice a week for three months. This is very useful home remedy for dandruff.

Prepare a mixture of olive oil with the almond oil. Leave it on about 5 min.s after it starts to burn. Wash well to clear dandruff.

राइनाइटिस ऍलर्जी का आयुर्वेदिक उपचार

राइनाइटिस ऍलर्जी का आयुर्वेदिक उपचार

क्या आपकी नाक हमेशा अगर एक बार बहना शुरू हो जाए, तो थमने का नाम नहीं लेती? छींक पर छींक आती रहती हैं? आँखों से आँसू बहने लगते है और गले में खराश पैदा हो जाती है? अगर इन सवालों का जवाब “हाँ” है, तो आप राइनाइटिस ऍलर्जी के शिकार हैं। दुर्भाग्यवश ऍलोपेथी में इसकी रोकथाम के उपाय तो हैं, लेकिन जड़ से सही करने का कोई इलाज नहीं है।

हालाँकि इस व्याधि में आयुर्वेदिक उपचार बहुत कारगर है। आयुर्वेद का प्रयोग कर इस बीमारी से पूरी तरह निजात पा सकते हैं। इसके लिए कुछ ख़ास बातें ध्यान में रखनी होंगी –



1: “अणु तैल” की दो-दो बूंदों से दिन में दो बार नस्य-क्रिया करें।
2: “ब्राह्म रसायन” का सेवन करें।
3: रात को देर तक न जागें और सुबह जल्दी उठें।

घरेलू उपचार--तिल्ली एवं जिगर और तिल्ली, दोनों के बढ़ने पर

तिल्ली एवं जिगर और तिल्ली, दोनों के बढ़ने पर

पुराना गुड़ डेढ़ ग्राम और बड़ी (पिली) हरड़ के छिल्के का चुर्ण बराबर वजन मिलाकर एक गोली दिन में दो बार प्रातः सायं हल्के गर्म पानी के साथ एक महीने तक लें। इससे जिगर और तिल्ली, यदि दोनों ही बढ़े हुए हों, तो भी ठीक हो जाते हैं।

इसके तीन दिन के प्रयोग से अम्लपित्त का भी नाश होता है।

घरेलू उपचार---बालों का समय से पहले सफेद होना

बालों का समय से पहले सफेद होना 

एक चम्मच भर आंवला चूर्ण दो घूंट पानी से सोते समय अंतिम वस्तु के रूप में लें। असमय बाल सफेद होने और चेहरे की कान्ति नष्ट होने पर जादू का सा असर करता है। (साथ ही स्वर को मधुर और शुद्ध बनाता है तथा गले की घर-घराहट भी इससे ठीक हो जाती है।

या आंवला चूर्ण का लेप - सूखे आंवलों के चूर्ण को पानी के साथ लेई बनाकर इसका खोपड़ी पर लेप करने तथा पाँच दस मिनट बाद केशों को जल से धो लेने से बाल सफेद होने और गिरने बन्द हो जाते है।

या आंवला जल से सिर धोना सर्वोत्तम - विधि इस प्रकार है - २५ ग्राम सूखे आंवलों के यवकूट (मोटा-मोटा कूटकर) किए हुए टुकड़ों को २५० ग्राम पानी में रात को भिगो दें। प्रातः फूले हुए आंवलों को कड़े हाथ से मसलकर सारा जल पतले स्वच्छ कपड़े से छान लें। अब इस निथरे हुए जल को केशों की जड़ों में हल्के-हल्के अच्छी तरह मलिए और दस बीस मिनट बाद केशों को सादे पानी से धो डालिए। रूखे बालों को सप्ताह में एक बार और चिकने बालों को सप्ताह में दो बार धोना चाहिए। आवश्यकता हो तो कुछ दिन रोजाना भी धोया जा सकता है। केश धोने के एक घंटे पहले या जिस दिन केश धोने हों, उसके एक दिन पहले रात में आंवलों के तेल की मालिश केशों में करें।

घरेलू उपचार--मुंहासे

संतरे के छिल्कों को छाया में सुखाकर बनाया गया बारिक चूर्ण और बराबर मात्रा में बेसन (अथवा बारीक पिसी हुई मुल्तानी मिट्टी दुगुनी) मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को पन्द्रह मिनट पानी में भिगोने के बाद गाढ़ा घोल बना लें और इसका मुंहासिं पर लेप करं। दस मिनट लगा रहने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लिया जाए तो इस प्रकार ४-६ सप्ताह के प्रयोग से मुंहासे नष्ट हो जाते हैं।

उपरोक्त संतरे के छिल्कों का महीन चुर्ण को गुलाब जल में मिलाकर बनाये गये घोल का लेप करने से चेहरे के मुंहासे नष्ट होते हैं तथा चेचक के दाग भी दूर होते हैं।

शीघ्र लाभ प्राप्त करने हेतु उपरोक्त प्रयोग के साथ-साथ त्रिफला-चूर्ण दो ग्राम की मात्रा से गर्म पानी से रात्री सोते समय लेते रहें।

मुनक्का १० नग पानी से साफ कर लें और रात को ६० ग्राम पानी में भिगो दें। प्रातः बीज निकालकर खा लें और बचे पानी में थोड़ी मिश्री या शक्कर मिलाकर या वैसे ही पी लें। एक मास तक सेवन करने से मुंहासे निकलने बन्द हो जाएंगे तथा खून साफ होगा।

घरेलू उपचार--पेचिश (नई या पुरानी)

पेचिश (नई या पुरानी)

स्वच्छ सौंफ ३०० ग्राम और मिश्री ३०० ग्राम लें। सौंफ के दो बराबर हिस्से कर लें। एक हिस्सा तवे पर भून लें। भुनी हुई और बची हुई सौंफ लेकर बारीक पीस लें और उतनी  ही मिश्री (पिसी हुई) मिला लें। इस चूर्ण को छः ग्राम (दो चम्मच) की मात्रा से दिन में चार बार खायें। ऊपर से दो घूँट पानी पी सकते हैं। आंवयुक्त पेचिश - नयी या पुरानी (मरोड़ देकर थोडा-थोडा मल तथा आंव आना) के लिए रामबाण है। सौंफ खाने से बस्ती-शूल या पीड़ा सहित आंव आना मिटता है।

या दही, भात, मिश्री के साथ खाने से आंव-मरोड़ी के दस्तों में आराम आता है।

या मैथी (शुष्क दाना) का साग बनाकर रोजाना खावें अथवा मैथी दाना का चूर्ण तीन ग्राम दही में मिलाकर सेवन करें। आंव की बिमारी में लाभ के अतिरिक्त इससे पेशाब का अधिक आना भी बन्द होता है। प्रतिदिन मैथी का साग खाने से आंव की बिमारी अच्छी होती है। और पेशाब का अधिक आना बन्द होता है।

HOME REMEDIES FOR WEAKNESS~~

HOME REMEDIES FOR WEAKNESS~~~

1.Take 1 Cup beetroot juice, 1 cup of apple juice, mixed with either sugar or honey once a day to prevent anemia.
2.Take a ripe banana with 1 tbsp of honey 2 times a day for treatment of weakness.
3.A mixture of apple and tomato juice also helps to fight against the weakness.
4.Eating a lot of salad also helps to prevent anemia.
5.Honey is very good for an anemic person because it helps increase the hemoglobin in the blood. It is rich in iron, copper and manganese. rtant for the absorption of iron. It is recommended to take two any citrus fruits daily.
6.Beets are very important in the cure of anemia. Its juice contains potassium, phosphorus, calcium, sulphur, iodine, iron, copper, carbohydrates, protein, fat, and vitamins B1, B2, B6, C and P.
7.Drink peppermint tea to increase appetite.
8.Oranges stimulate the flow of digestive juices, thereby improving digestion and increasing appetite.
9.The juice of sour grapes is another effective home remedy for anorexia. The juice of these grapes should be used in kneading the flour before preparing chapattis. Chapattis made in this manner should be eaten continuously for two to three weeks.
10.About one teaspoon of the juice of lime should be mixed with an equal quantity of the juice of ginger. One gram of rock salt should be added to this mixture. It should then be placed in sunlight for three days. A teaspoon taken after each meal will tone up the digestive system and improve the appetite.
11.Apples help in digestion by stimulating the flow of pepsin, a protein-digesting enzyme, in the stomach.
12.Three or four cloves of raw garlic should be boiled in a cup of water. This soup can be reinforced with the juice of half a lemon and taken twice daily.
13.About five grams of ginger should be ground and licked with a little salt once a day for the treatment of weakness.
14.The application of an ice bag over the stomach for half an hour before meals, and a cool hipbath once or twice daily, will help in curing anorexia.
15.An early morning sunbath, taken one day, should be alternated with an early morning cool air bath the next day.
16.Supplements of vitamins and minerals should be taken to increase the appetite.
17.Drink lots of water by adding some water or salt to it. This is an effective home remedy for weakness.
18.Prepare a mixture by ading 1 Tbsp poppy seeds, 1 tsp edible gum, 1 tsp cardamom powder, 1/2 tsp nutmeg (jaiphal) powder, and2 tbs sugar, and grind to a powder. Take this powder every 2 hours.
19.Prepare a mixture by adding 1/2 tsp lemon juice, 1/2 tsp ginger juice, and 1/4 tsp pepper powder and drink it. This is an effective home remedy for weakness.
Small, frequent feeds of energy-rich local foods familiar to the child should be given. A little vegetable oil can be added to foods such as millet or rice to increase the energy content.
20.Take yogurt, buttermilk, mint, apple, pomegranate, papaya, banana, carrot, potato, etc.

घरेलू उपचार--Bleeding Gums

Bleeding Gums
 
Treatment for Bleeding gums :
 
Gingivitis (pronounced "jin-ja-VI-tus" ), is the inflammation, swelling, and bleeding of gum tissues.
 
Have you ever wondered when your gums bleed when you brush your teeth? It is a first sign of gingivitis.
 
The primary cause of gingivitis is the bacteria that coats your teeth, and if oral hygiene is poor, it forms a sticky white substance called plaque.
 
The bacteria here proliferates faster and produces toxins that irritates your gums, keeping them swollen and red.
 
When they are left untreated, they will destroy the tissues connecting the gums to the tooth, and eventually the tooth to the bones, causing a deep pocket and eventually attacks the bony structure. It has now progressed into what we call periodontitis which is an irreversible form of gum disease.

tips & home remedies for bleeding gums

With a pinch of salt soaked in a glass of lukewarm water, you now create a homemade saline solution. Use this to rinse in the morning and in the evening. This will help increase circulation in your gums and reduce the swelling.

No matter how well and how often you brush your teeth, you can't reach the areas between your teeth and below the gums. Make the habit of flossing. Floss comes in very handy. Keep one in your bag or at your office. After meal, floss it!

घरेलू उपचार--कब्ज

कब्ज 

कब्ज होने पर रात्रि सोते समय दस बारह मुनक्के (पानी से अच्छी तरह धोकर साफ कर बीज निकाल कर) दूध में उबाल कर खाएँ और ऊपर से वही दूध पी लें। प्रातः खुलकर शौच लगेगा। भयंकर कब्ज में तीन दिन लगातर लें और बाद में आवश्यकतानुसार कभी-कभी लें। 

या  त्रिफला चुर्ण चार ग्राम (एक चम्मच भर) २०० ग्राम हल्के गर्म दूध अथवा गर्म पानी के साथ लेने से कब्ज दूर होता है।

या दस ग्राम (दो चम्मच) ईसबगोल की भूसी छः घंटे पानी में भिगोकर इतनी ही मिश्री मिलाकर रात सोते समय जल के साथ लेने से दस्त साफ आता है। इसे केवल पानी के साथ वैसे ही, बिना भिगोये ही, रात्रि सोते समय लिया जा सकता है।

या ईसबगोल की भूसी दस से पन्द्रह ग्राम (दो से तीन चम्मच) की मात्रा में २०० ग्राम गर्म दूध में भिगो दें। यह फूलकर गाढ़ी हो जाएगी। इसे चीनी मिलाकर खाएँ और ऊपर से थोड़ा और गर्म दूध पी लें। शाम को इसे लें तो प्रातः मल बंधा हुआ साफ आ जाएगा।

या ईसबगोल की भूसी १० - १५ ग्राम की मात्रा में थोड़े गर्म दूध के साथ मिलाकर नित्य रात को सोते समय खाने से प्रातः को पेट साफ हो जाता है। दूध में आधा पानी मिलाकर एक या दो उबाल आने तक औटाना चाहिये।

या आरंड़ का तेल अवस्थानुसार एक से पांच चम्मच की मात्रा से एक कप गर्म पानी या दूध में मिलाकर रात सोते समय पीने से कब्ज दूर होकर साफ आता है।

या आरंड़ का तेल बहुत ही अच्छा हानि रहित जुलाब है। इसे छोटे बच्चे को भी दिया जा सकता है और दूध के विकार से पेट दर्द तथा उल्टी होने की अवस्था में भी इसका प्रयोग बहुत हितकारी होता है।

या पुराना से पुराना अथवा बिगड़ा हुआ कब्ज - दो संतरों का रस खाली पेट प्रातः आठ दस दिन पीने से पुराना से पुराना अथवा बिगड़ा हुआ कैसा भी कब्ज हो, ठीक हो जाता है।
कब्ज रोग एवं उपचारः
कब्ज शरीर के समस्त रोगों की जड़ है। परन्तु प्रश्न यह उठता है कि कब्ज क्या हैं ? कब्ज का संबंध पाचन क्रिया से है। जब मानव शरीर की पाचन क्रिया बिगड़ जाती है, अर्थात् जो भोजन हम करते हैं, वह सही ढंग से न पचना, आंतों में फंसा रह जाना, जिसकी वजह से गैस बनना, पेट में दर्द रहना, मिचली आना, शौच जाने में समय लगना एवं नित्य पेट साफ न होना, दिन में तीन चार बार शौच जाना, पेट गुडगुडा़ना, बदबूदार गैस निकलना और खट्टी डकारें आना आदि अनेकों परेशानियां पैदा हो जाती हैं, जिससे नये-नये रोगों की उत्पत्ति होती है। मानव शरीर को जरूरी है कि वह इन परिस्थितियों से बचे, तभी पूर्ण स्वस्थ्य रह सकते हैं। नीचे कब्ज रोग दूर करने हेतु कुछ नुस्खे दिए जा रहे हैं, जो प्रामाणिक एवं अनुभूत हैं- 
1-  त्रिफला (हर्र, बहेड़ा, आंवला) तीनों समान मात्रा में कूट पीसकर रख लें। 3 ग्राम से 5 ग्राम तक की मात्रा रात्रि में सोते समय गुनगुने पानी के साथ लें। लगातार कुछ दिनों तक लेने से लाभ अवश्य देगा। साथ ही रात्रि में तांबे के पात्र में पानी रख लें एवं सुबह उसे पी लें। इसके दस मिनट बाद शौच जायें, आराम से पेट साफ होगा।
2-  पंसारी के यहां से छोटी हरड़ ले लें। प्रतिदिन कम से कम दो या तीन हरड़ अवश्य चूसें, चूस कर ही यह पेट में जाय। लगातार कुछ दिन इसका प्रयोग करने पर हर तरह की कब्ज दूर  हो जाती है।
3-  त्रिफला 25ग्राम, सौंफ25ग्राम, सोंठ 5ग्राम, बादाम 50ग्राम, मिश्री 20ग्राम लें और गुलाब के  फूल 50 ग्राम भी लें। सभी को कूट-पीसकर एक शीशी में रख लें। रात्रि में सोते समय 5 से 7ग्राम तक दवा दूध या शहद के साथ लें। यह नुस्खा अपने आपमें चमत्कारी है। इस नुस्खे से न आंतों की खुश्की का डर रहता है और न ही कमजोरी का।
नोटः-जिन्हें कब्ज की शिकायत हो, वे ध्यान दें कि वे गरिष्ठ चीजें, तली चीजें, उरद आदि का सेवन कम मात्रा में करें। गेहूं का आटा भी ज्यादा महीन न पिसायें और चोकर न निकालें। आठवां हिस्सा गेहूं में चना मिला आटे की रोटी का सेवन करें। थोड़ा मेहनत या योग आदि जरूर करें। पानी ज्यादा से ज्यादा पियें, पूर्ण लाभ होगा। 
        यह शरीर आयुर्वेद के मतानुसार त्रिधातु (बात, पित्त, कफ) के सन्तुलन से सुचारू रूप से चलता है। जब तक यह त्रिधातु सामान्य रूप से इस शरीर में गतिमान रहती है, तब तक यह शरीर पूर्णतः निरोग एवं स्वस्थ रहता है, जब भी इनमें असमानता आती है तो उसी के अनुसार शरीर में रोगों का प्रभाव दिखने लगता है। हम इस लेख में इस शरीर के अन्दर विद्यमान त्रिधातुओं का पहला अंग वात दोष से संबंधित जानकारी दे रहे हैैं। यह दोष विश्व के 35 प्रतिशत लोगों को प्रभावित रखता है।