टंकण भस्म -5gm
गोदंती भस्म -5gm
फिटकरी भस्म सफेद -5 gm
महालक्षमी विलास रस गोल्ड -5gm
त्रिभुवनकीर्ति रस- 5 gm
पुनर्नवादि मंडूर -5gm
अरोग्यावर्धनी वटी -5gm
खदिरादि वटी -5gm
सबको कसकर घुटाई करके 60बराबर मात्रा की पुड़िया बना लें । सुबह-शाम शहद ,पान के रस से चाटकर , गर्म पानी पीएं ।
चुल्ले की मिट्टी 100ग्राम
काली मिर्च 100ग्राम
सेधा नमक 100 ग्राम
हल्दी 25ग्राम
चारों को बारीक करके कपड़े से छान लें ।
माचिस की तीली से मसाला उतारकर रूई लपेटकर , रूई को पानी से या सरसों के तैल से गीला करलें , फिर इस मिश्रण को रूई पर लगाकर टांसिल पर लगाएं । दिन में दो- तीन बार ।
पानी में सेंधा नमक , मीठा सोड़ा , टंकण भस्म , स्फटिका भस्म मिलाकर गरारे करें ।
नुस्खा:-
शहद , तुलसी के 5पत्तों का रस ,पान के पत्ते का रस , अदरक का रस मिलाकर दिन में दो तीन बार चाटें ।