शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2015

घुटनों का दर्द

घुटनों का दर्द

घुटनों का दर्द बहुत ही पीड़ादायक होता है और यह आपको चलने-फिरने में भी असमर्थ कर देता है। यदि आपका वजन अधिक हो या आप वृद्धावस्था में हों तो घुटनों का दर्द और भी तकलीफदेह हो जाता है।
यह बात कम ही लोग जानते हैं कि कुछ आसान घरेलू उपायों की मदद से घुटनों के दर्द की इस तकलीफ से छुटकारा पाया जा सकता है।
जी हाँ !
यदि आप निम्नलिखित कारणों से घुटनों के दर्द से पीड़ित है :-
▶घुटनों की माँसपेशियो में खून का दौरा सही नहीं होना।
▶घुटनों की माँसपेशियो में खिंचाव या तनाव होना।
▶माँसपेशियो में किसी भी तरह की चोट का प्रभाव।
▶वृद्धावस्था ।
… तो नीचे बताये गए पांच घरेलू उपाय आपको घुटनों के दर्द से छुटकारा दिला सकते हैं....
घुटनों के दर्द के उपाय ⇨
★ घुटनों का दर्द – उपाय पहला.........
नीचे बताई गयी सामग्री को मिला कर हल्दी का एक दर्द निवारक पेस्ट बना लीजिये....
▶1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
▶1 छोटा चम्मच पीसी हुई चीनी, या बूरा या शहद
▶1 चुटकी चूना (जो पान में लगा कर खाया जाता है)
▶ आवश्यकतानुसार पानी
इन सभी को अच्छी तरह मिला लीजिये ।
एक लाल रंग का गाढ़ा पेस्ट बन जाएगा।
यह पेस्ट कैसे प्रयोग करें:-
सोने से पहले यह पेस्ट अपने घुटनों पे लगाइए ।
इसे सारी रात घुटनों पे लगा रहने दीजिये।
सुबह साधारण पानी से धो लीजिये।
कुछ दिनों तक प्रतिदिन इसका इस्तेमाल करने से सूजन, खिंचाव, चोट आदि के कारण होने वाला घुटनों का दर्द पूरी तरह ठीक हो जाएगा।
★ घुटनों का दर्द – उपाय 2
1 छोटा चम्मच सोंठ का पाउडर लीजिये और इसमें थोडा सरसों का तेल मिलाइए।
इसे अच्छी तरह मिला कर गाड़ा पेस्ट बना लीजिये।
इसे अपने घुटनों पर मलिए ।
इसका प्रयोग आप दिन या रात कभी भी कर सकते हैं।
कुछ घंटों बाद इसे धो लीजिये।
यह प्रयोग करने से आपको घुटनों के दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलेगा।
★ घुटनों का दर्द – उपाय 3
नीचे बताई गयी सामग्री लीजिये :-
▶4-5 बादाम
▶5-6 साबुत काली मिर्च
▶10 मुनक्का
▶6-7 अखरोट
प्रयोग :- 
इन सभी चीज़ों को एक साथ मिलाकर खाएं और साथ में गर्म दूध पीयें।
कुछ दिन तक यह प्रयोग रोजाना करने से आपको घुटनों के दर्द में आराम मिलेगा।
★ घुटनों का दर्द – उपाय 4
खजूर विटामिन ए, बी, सी, आयरन व फोस्फोरस का एक अच्छा प्राकृतिक स्रोत है। इसलिए खजूर घुटनों के दर्द सहित सभी प्रकार के जोड़ों के दर्द के लिए बहुत असरकारक है।
प्रयोग :- 
एक कप पानी में 7-8 खजूर रात भर भिगोयें ।
सुबह खाली पेट ये खजूर खाएं और जिस पानी में खजूर भिगोये थे, वो पानी भी पीयें। 
ऐसा करने से घुटनों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, और घुटनों के दर्द में बहुत लाभ मिलता है।
★ घुटनों का दर्द – उपाय 5
नारियल भी घुटनों के दर्द के लिए बहुत अच्छी औषधी है।
नारियल का प्रयोग :- 
▶रोजाना सूखा नारियल खाएं।
▶नारियल का दूध पीयें।
▶घुटनों पर दिन में दो बार नारियल के तेल की मालिश करें।
इससे घुटनों के दर्द में अद्भुत लाभ होता है।
आशा है आपको इन आसान घरेलू उपायों की मदद से घुटनों के दर्द से छुटकारा मिलेगा और आपकी ज़िंदगी बेहतर हो सकेगी।

पीलिया (पांडु रोग)

पीलिया (पांडु रोग)
पीलिया एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी व्यक्ति को हो सकती है । यह बीमारी मनुष्य के लिए कभी - कभी जानलेवा भी हो जाती है । इस बीमारी में मनुष्य का खून पीला पड़ने लगता है और शरीर कमजोर हो जाता है। इस बीमारी का मुख्य कारण पाचन शक्ति का सही ढंग से काम न करना । मनुष्य की पाचन शक्ति ख़राब होने के कारण खून बनना बंद हो जाता है और उनके शरीर का रंग धीरे - धीरे पीला पड़ने लगता है । इसी को हम पीलिया कहते है। पीलिया की बीमारी होने पर रोगी को समय रहते ही इसका उपचार करना चाहिए। नही तो ये जानलेवा बन जाती है ।
'चरक’ में लिखा है- हृदय का फडकना, देह का रूखा सा होना, पसीना न आना एवं बिना मेहनत किए थकान सी होना ये पीलिया के पूर्व लक्षण हैें। ‘सुश्रुत’ ने लिखा है जब पाण्डु रोग होने वाला होता है तब चमड़े का फटना, बार बार थूकना, अंगो का भड़कना,
मिट्टी खाने मे रूचि होना, आँखों पर सूजन आना, मल मूत्र पीला होना , खाना न पचना- ये लक्षण नजर आते हैं। 'वाग्भट्ट’ ने भी इसी प्रकार मिलते जुलते लक्षण बताए हैं। ‘माधव निदान’ ग्रन्थ में पाण्डुरोग पाँच प्रकार के बताए हैं। (1) वात का (2) पित्त का (3) कफ का (4) सन्निपात का (5) मिट्टी का।
उपचार :-
1..... लौह भस्म, गोदन्ती भस्म, सौंठ, मिर्च पीपल ओर कंकोल ये सब 10-10 ग्राम लेकर कूट पीसकर कपड़े से या मैदा वाली छन्नी से छान लें। नोट :- लौह भस्म अलग रखे इसे सब छानी गई दवा में बाद में मिला दें। इन सभी चूर्ण के बराबर ‘सोनामक्खी भस्म’ मिला दें। नोट :- (यह कोई जीव नहीं है यह भस्म शुद्ध है जैसे—कई रोग जानकारी न होने से ‘गोदन्ती भस्म’ की (गाय के दाँत) भस्म मानकर लेने से मना कर देते हैं। यह भी एक पत्थर की भस्म है। सोना मक्खी को स्वर्णमाक्षिक भी कहते हैं। पूरी दवा एकत्र कर जल में पत्थर की सिल पर पानी मिला घोटें और 1-1 रत्ती की गोली बना लें।
सेवन विधि :- 1-1 गोली मिश्री के साथ खाने से व ऊपर से मट्ठा पीने से पाण्डु रोग शीघ्र ठीक हो जाता है (परीक्षित है) इससे सभी प्रकार के पाण्डु रोग ठीक होते हैं।
2..... सौंठ, मिर्च, पीपल, हरड़, बहेड़ा, आँवला, नागरमौथा, वायविंडग और चीते की छाल (चितावर) यह वृक्ष की छाल है। सभी द्रव्य एक एक तोला, कूट पीसकर कपड़े से छान लो फिर इसमें तीन तोला लौह भस्म मिला दो एवं सभी को एक शीशी या डिब्बे में रख लो। सेवन विधि :- 3-3 रत्ती दवा मिश्री के साथ या घी के साथ सुुबह-शाम दो बार सेवन कराएँ।
3...... पुनर्नवा (जड़ी) निशोध, सौंठ, कालीमिर्च, पीपल, वायविडंग देवदारू, चीता (चितावर) मीठा कूट हल्दी, हर्र, बहेड़ा आँवला, दन्ती, चव्य, इन्द्रजो, कुटकी, पीपरामूल, नागरमोथा, कड़कड़ासिंग्गी, कालाजीरा, अजवाइन, कायफल इन सबको 50-50 ग्राम लेकर चूर्ण कपड़छन कर लो।
इनमें सबके बराबर या 25 ग्राम मण्डूर भस्म मिलाकर, पुराना गुड़ मिलाकर 3-3 रत्ती की गोली बना लें। फिर 1 से 2 गोली उम्रानुसार सुबह शाम खिलाए। सभी प्रकार के पीलिया की रामबाण औषधि है।
4..... बंदाल डोडा (कड़वी बन तोरी) नक छिंकनी, मोथे की जड़ सभी सम भाग लेकर नसवार बना लें। सुबह शाम दो बार सुंघावे।
5..... बंदाल डोडा को रात को पानी में भिगो दे। सुबह निकालकर नाक मे दो दो बूंद निचोड़ दें।

Ek Kustha (Psoriasis ) rog

iss rog k jyadatar ptnts female hote hai .. iska koi nischit karan mujhe pata nahi hai lekin mere pas ane wale ptnts me se lagbhag 80 % ptnts females hi hote h.. shayad females ise starting me ignore karte hai.. ya jyada virudh ahar-vihar ka sevan karte hai jiske karan ye rog females me jyada hota h.
ye rog mukhyata kapha dosh ki vradhi k karan hota h jisme pitta ka anubandh hota h. iss rog me yadi sambhav ho sake to sabse pehle rogi ka sansodhan karm karna chahiye...
Mahatikt Ghrat / Panchtikt Ghrat se snehan karane k bad Vaman dene se accha labh milta hai....Skin par lep hetu Multani Mitti 10 part, triphala Churn 3 part, neem churn 1 part, khadir churn 1 part ko mix kar k banaya hua lep rogi ko pratidin lagane k liye dena chahiye... yadi sambhav ho sake to lep k bad rogi kam se kam 1 hr tak baithe aur uske bad mradu swedan karna chahiye. skin par kisi bhi tarah k chemical soap ya shampoo ka use nahi karna chahiye.. uprokt lepa ka pryog hitkar hai . uprokt churn ko soap k form me bana kar k use karna accha h.
yadi is rog ka rogi madhumeh se grast na ho to usko subh khali pet Anjir ya munakka jinko night me bhigokar subh khali pet khane k liye dena hitkar h.
yadi is rog k rogi ko kosthbadhta (Constipation ) ho to use Avipattikar churn ya Amaltas k gude ko 2 tsf lekar 1 glas pani me boil kar k 1/2 hone k bad filter karke normal temperature par hone par ptnt ko evng. me pine ko den. Kosthbadhta k liye bhut hitkar h.
Ek kustha rog ka samanya Ausadh Vyavastha Patra...
Kaisor Guggul 2 tab, Panchtikta Ghrit Guggul 2 tab, Haridra Khand 1 gram, Amrta Satva 250 mg, Chop chinyadi churn 500 mg, Ras manikya 125 mg, Swarn makshik bhasm 500 mg, Arogya vardhani vati 1 tab .
uprokt ausadhiyo ki ek matra ko Khadira risht, Mahamanjisthadi kwath/ Sarivadh Asav dono ki 3-3 tsf ki matra ke anupan k sath den.
sath me Aswgandha churn 2 gram ya Dabur Co. ka Stress com cap 1 BD, jarur den.
iss ausadh vyavastha patra ki matra Adult ptnts ke anusar hai..
vidwan chikitsak ptnt ki Vaya evam sthiti k anusar matra ka nirdharan karen.
is ausadh vyavastha patra me Swarn makshik isliye diya hai kuki Dhootpapeswar co. ne apne yaha ek research ki h jisme unhone paya hai ki skin ke vikaro me iska pryog karne se bhut jald hi twacha k vran, kandu etc. ka saman hota h.
Aswgandha ya Dabur ke stress com cap ko isliye diya hai kuki
adhunik chikitsa me hui research k anusar gambheer twak vikaro se grast rogi mansik tanav me rehte hai. isliye aise ptnts ko yadi mansik roop se swasth rakha jaye ya unke tanav ko door karne k liye alprazolam etc. tab di jaye to skin ptnts jaldi sahi hote h.
jabki iske viprit yadi aap Dravya Guna ki book me Aswgandha ko padhenge to aap dekhenge ki hamare prachin vidwano ne Aswgandha k slok me clear likha hai ki Twak vikar se pidit rogiyo ko Aswgandha dene se labh milta h. hamare prachin vidwan bhi aswgandha isliye hi dete the kuki skin k ptnts heen bhavna se grast hote hai.. aswgandha dene se unko tanav se aram milta h.
is rog me pathya- Anjir, munnaka, Light Diet- Lauki, turai, Kaddu, parval, moong ki dal, liquid diet etc. laghu ahar dena hitkar h.
apathya-Spicy food, Maida, besan se bane padarth, tali-bhuni cheeje, Butter, Baigan, Arbi, bhindi, arahar, udad ki dal, cold drinks , anya garisth ahar nahi dene chahiye.
iss rog me skin ko kabhi dry na rehne de Mahamarichyadi tail ka lep karte rahen ya rat me sote samay is tail ka pryog jarur karen,
baki samay Coconut oil me karpoor ko milakar rogi ko lagate rehne k liye kahen.

नशा घातक हे इसे छुड़ाने के आसान उपाय______

नशा घातक हे इसे छुड़ाने के आसान
उपाय______
जड़ी – बूटियों का विवरण और मात्रा निम्न है :-
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गुलबनफशा - 2 ग्राम
निशोध - 4 ग्राम
विदारीकन्द (कुटज) – 15 ग्राम
गिलोय – 4 ग्राम
नागेसर - 3 ग्राम
कुटकी - 2 ग्राम
कालमेघ - 1 ग्राम
भ्रिगराज – 6 ग्राम
कसनी - 6 ग्राम
ब्राम्ही – 6 ग्राम
भुईआमला - 4 ग्राम
आमला - 11 ग्राम
काली हर्र - 11 ग्राम
लौंग - 1 ग्राम
अर्जुन - 6 ग्राम
नीम – 7 ग्राम
पुनर्नवा - 11 ग्राम
कैसे प्रयोग करे :-
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* उपर दी गयी सभी जड़ी – बूटियों को कूट और पीसकर पाऊडर बना लें । एक चम्मच दवा पाऊडर को एक दिन में दो बार खाना खाने के बाद पानी के साथ ले | इस दवा को खाने में मिलाकर भी दिया जा सकता है | जैसे – जैसे नशे की लत कम होने लगे इस दवा की मात्रा धीरे – धीरे कम कर दे | इस दवा का असर फ़ौरन पता चलने लगता है और लगभग दो माह में पूरी तरह से नशे की लत खत्म हो जाती है लेकिन दवा को कम मात्रा में और २-३ दिन के अंतर के लगभग ६ माह दे जिससे नशे की लत जड़ से खत्म हो जाए |

धूम्रपान, जर्दा, खैनी आदि नशा छोडने के उपाय --

1. 50 ग्राम सौंफ एवँ इतनी ही मात्रा मेँ अजवायन लेकर तवे पर भूने, थोडा नींबू का रस एवँ हल्का काला नमक डाल लेँ ल एक डब्बी में रखकर अपनी जेब में रख लें ल जब भी सिगरेट एवँ तम्बाकू आदि की तलब लगे तो कुछ दाने मुँह मेँ रख लेँ एवं चबाते रहे इससे तलब कम होगी, अजीर्ण ( इंडिगेशन),अरुचि (एनोरेक्सिया), गैस (गैस,एसिडिटी) में आराम मिलेगा

2. गुनगुने पानी मे नींबू का रस एवँ शहद डालकर पीना तलब को कम करता है तथा नशे के विषाक्त तत्वों को शरीर से बाहर निकालता है 

3. एक पुडिया मे सूखे आँवले के टुकडे, इलायची, सौंफ, हरड के टुकडे रखेँ ताकि जब तलब लगे तो कुछ टुकडे मुँह में रखें और चबाते रहें इनसे तलब (क्रेविंग) तो कम होती ही साथ ही खट्टी डकार, भूख ना लगना (लॅक ऑफ़ एपेटाइट), पेट फूलने में आराम मिलता है नशा छोड़ते वक़्त क्या परेशानी आ सकती है