शनिवार, 20 फ़रवरी 2016

महत्वपूर्ण शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधिया || _______________________________

|| महत्वपूर्ण शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधिया ||
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वटी
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आरोग्यवर्धिनी वटी- कफपित्तशामक, रेचक
खदिरादि वटी - कफपित्तशामक,स्तम्भक
लवंगादि वटी - कफपित्तशामक
महासुदर्शन वटी- कफपित्तशामक, ज्वरघ्न
संजीवनी वटी- कफज ज्वरनाशक
सारिवादि वटी- वातशामक, वेदनास्थापक
चित्रकादि वटी - कफवातशामक, अग्निप्रदीपक, दीपन पाचन
विषतिन्दुक वटी- वातशामक, पित्तवर्धक, विषाक्तता कारक
चन्द्रप्रभा वटी- त्रिदोषशामक,स्तम्भक, रसायन
एलादि वटी- पित्तशामक, म्रदुताकारक
कुटज घन वटी- कफवातशामक, आमहर, ग्राही
रज: प्रवर्तनी वटी - कफशामक, वातानुलोमक, पित्तवर्धक
ब्रद्धिवादिका वटी - कफशामक, ग्रंथिनाशक
लशुनादि वटी- कफशामक वातानुलोमक, पित्तवर्धक
प्रभाकर वटी- कफपित्तशामक, ह्द्य
अग्नितुण्डी वटी- पित्तवर्धक, अग्निप्रदीपक
व्योषादि वटी- कफवातशामक
महाशंख वटी- पित्तशामक, वातानुलोमक
शंख वटी- पित्तवर्धक, अग्निप्रदीपक
पुनर्नवा मण्डूर वटी- शोथहर, रक्तवर्धक
कांकायन वटी- कफवातशामक, लेखन
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|| रस नाम से आने वाली गुटिकाएं ||
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लक्ष्मी विलास रस- कफवातशामक , व्याधिक्षमत्व व्रद्धिकर
श्वास कुठार रस- वातकफशामक
कफकुठार रस- कफवातशामक
कफकेतु रस- कफवातशामक
लीला विलास रस- पित्तशामक
बोलबद्ध रस- स्तम्भक, पित्तशामक
रसराज रस- वातशामक, स्नायु तंत्रिकागत विकार
योगेन्द्र रस- वातपित्तशामक, ह्रद्य
स्वर्ण बसन्तमालती रस- कफवातशामक, ओजव्रद्धिकर
ब्रहत वातचिन्तामणि रस- वातशामक
वसंतकुसुमाकर रस- कफवातशामक
एकांगवीर रस- वातशामक , तंत्रिका- स्नायुगतवात
महावातविध्वंसन रस- वातशामक, अस्थिगत वात
त्रिभुवनकीर्ति रस- कफपित्तशामक
नित्यानंद रस- कफशामक
म्रत्युंजय रस- कफवातशामक , पित्तवर्धक, उदर विकार
कर्पूर रस- वेदनाशामक, उदर विकार
आनन्द भैरव रस- कफवातशामक, पित्तवर्धक
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|| कुछ अन्य रस ( चूर्ण ) ||
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कुमारकल्याण रस- बाल रोग, शरीरपुष्टिकर
कुल्या मिश्रण - वातशामक , तंत्रिकागत दौर्बल्य ,मेध्य
आमवातारि रस- कफवातशामक, वेदनास्थापक, संधिगत वात
श्वासारि रस- कफवातशामक ,श्वसन संस्थान
अश्मरीहर रस- कफपित्तशामक, लेखन, मूत्राश्मरी
माणिक्य रस/रस माणिक्य - कफवातशामक, पित्तसंशोधन, त्वच्य
रस सिंदूर- कफजज्वर ,मधुमेह
ताल सिंदूर - कफवातशामक, श्वसन संस्थान , त्वक् रोग, रक्त कैंसर
शिला सिंदूर- कफशामक , श्वसन संस्थान , अर्बुद रोग
मकरध्वज- कफवर्धक, स्तम्भक, वाजीकारक, पित्तवर्धक
|| कुछ शेष रस : गुटिकाएं ||
नागार्जुन भ्रम रस- वातपित्तशामक, ह्रद्य
पुष्प धन्वा रस- वातनाशक, बल्य, शुक्रव्रद्धिकर
मनमंथ रस- स्तम्भक , कफवर्धक, शुक्रवह संस्थान
ह्रद्यार्णव रस- वातपित्तशामक, ह्रद्य
तिविक्रम रस- वातपित्तशामक , अश्मरीहर, मधुमेह
चन्द्रकला रस/चन्दनादि वटी- कफशामक, डायबिटिक न्यूरोपैथी
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|| तैल के दोषों पर कार्य एवं गुणकर्म ||
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प्रसारणी तैल- वातशामक
महानारायण तैल- वातकफशामक
क्षीरबला तैल- वातपित्तशामक, ब्रंहणकारक
अणु तैल- कफशामक
षडबिन्दु तैल- कफशामक
जात्यादि तैल- वातशामक, स्निग्ध
महाविषगर्भ तैल- वातशामक
महामाषादि तैल- वातशामक, ब्रंहणकारक
पीड़ान्तक तैल- कफवातशामक
एरण्ड तैल- वातशामक
इरिमेदादि तैल- पित्तशामक, स्तम्भक
चंदन बला लाक्षादि तैल- वातपित्तशामक, ब्रंहणकारक, अस्थिसंधानकर

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